हाय, मैं कनिका, एक सिनेमा प्रेमी और टॉलीवुड की दीवानी! आज मैं तुम्हें एक ऐसी फिल्म की कहानी सुनाने जा रही हूँ, जिसने 2020 में सिनेमाघरों में तहलका मचा दिया था। ये है Sarileru Neekevvaru, एक टॉलीवुड मूवी जो मास और क्लास का परफेक्ट मिक्सचर है। अगर तुम सुपरस्टार महेश बाबू के फैन हो, या फिर एक्शन, कॉमेडी, और इमोशन्स से भरी फिल्में पसंद करते हो, तो ये कहानी तुम्हारे लिए है। चलो, इस फिल्म की दुनिया में गोता लगाते हैं और जानते हैं कि आखिर क्यों ये मूवी इतनी खास है।
फिल्म का परिचय: Sarileru Neekevvaru क्या है?
Sarileru Neekevvaru (हिंदी में “सारिलेरू नीकुवारु”, जिसका मतलब है “कोई तुम्हारा मुकाबला नहीं कर सकता”) एक 2020 की तेलुगु एक्शन-कॉमेडी फिल्म है, जिसे अनिल रविपुडी ने लिखा और डायरेक्ट किया। इस फिल्म में सुपरस्टार महेश बाबू लीड रोल में हैं, और उनके साथ हैं रश्मिका मंदाना, विजयशांति, प्रकाश राज, और राजेंद्र प्रसाद जैसे दिग्गज कलाकार। फिल्म को श्री वेंकटेश्वर क्रिएशन्स, जी. महेश बाबू एंटरटेनमेंट, और एके एंटरटेनमेंट्स ने प्रोड्यूस किया था। इसका म्यूजिक देवी श्री प्रसाद ने दिया, और सिनेमैटोग्राफी आर. रत्नवेलु ने की।
फिल्म 11 जनवरी 2020 को रिलीज हुई और बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया। 75 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड 260 करोड़ से ज्यादा की कमाई की, जिसने इसे 2020 की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली तेलुगु फिल्म बना दिया। लेकिन सिर्फ कमाई ही नहीं, इस फिल्म ने अपने मसाला एंटरटेनमेंट, महेश बाबू की स्टार पावर, और विजयशांति की धमाकेदार वापसी के लिए भी खूब तारीफ बटोरी।
तो, आखिर इस फिल्म की कहानी क्या है? क्यों ये इतनी पॉपुलर हुई? और हिंदी दर्शकों के लिए इसकी क्या खासियत है? चलो, एक-एक कर सब जानते हैं।
कहानी का दिल: क्या है Sarileru Neekevvaru की स्टोरी?
फिल्म की कहानी एक आर्मी मेजर अजय कृष्णा (महेश बाबू) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो कश्मीर में देश की सेवा कर रहा है। अजय एक अनाथ है, लेकिन उसका जज्बा और देशभक्ति उसे हर मुश्किल मिशन का हीरो बनाती है। कहानी तब मोड़ लेती है जब उसे एक सीक्रेट मिशन के लिए कुरनूल भेजा जाता है। वहाँ उसकी मुलाकात प्रोफेसर भारती (विजयशांति) और उनके परिवार से होती है, जो एक भ्रष्ट मिनिस्टर नागेंद्र (प्रकाश राज) की साजिश का शिकार हैं।
भारती एक सिंगल मदर हैं, जिन्होंने अपने तीन बच्चों को बड़े जज्बे से पाला है। उनका एक बेटा पहले ही देश की सेवा में शहीद हो चुका है। अब नागेंद्र की नजर उनके परिवार पर है, और वह उन्हें तबाह करने की साजिश रच रहा है। अजय, जो शुरू में सिर्फ अपने मिशन के लिए कुरनूल आया था, धीरे-धीरे भारती के परिवार का हिस्सा बन जाता है। वो न सिर्फ उनकी रक्षा करता है, बल्कि नागेंद्र जैसे भ्रष्ट लोगों को सबक भी सिखाता है।
लेकिन ये सिर्फ एक्शन और ड्रामा की कहानी नहीं है। फिल्म में कॉमेडी का तड़का भी है, खासकर संसकृति (रश्मिका मंदाना) के किरदार के जरिए। संसकृति एक चुलबुली लड़की है, जो अजय से शादी करने का सपना देखती है, और उसकी हरकतें फिल्म में हंसी के ठहाके लाती हैं। हालांकि, उसका किरदार कहानी में ज्यादा गहराई नहीं जोड़ता, लेकिन रश्मिका की एनर्जी दर्शकों को बांधे रखती है।
कहानी का क्लाइमेक्स एक्शन, इमोशन, और देशभक्ति का शानदार मेल है, जो महेश बाबू के फैंस के लिए एकदम परफेक्ट है। अजय का डायलॉग, “आप सब वो जिंदगियां हैं जिन्हें मैं बचाता हूँ। हम बॉर्डर पर अपनी जान दांव पर लगाते हैं, लेकिन आप इतने लापरवाह क्यों हैं?” दर्शकों के दिल को छू जाता है।
Sarileru Neekevvaru मूवी में धमाकेदार डायलॉग
Sarileru Neekevvaru में कई धमाकेदार डायलॉग्स हैं, लेकिन सबसे बेहतरीन और फैंस के दिलों में बसा डायलॉग है:
“आप सब वो जिंदगियां हैं जिन्हें मैं बचाता हूँ। हम बॉर्डर पर अपनी जान दांव पर लगाते हैं, लेकिन आप इतने लापरवाह क्यों हैं?”
ये डायलॉग मेजर अजय कृष्णा (महेश बाबू) का है, जो एक इमोशनल और देशभक्ति से भरे सीन में बोला जाता है। इसकी डिलीवरी, इमोशन, और सैनिकों की कुर्बानी को बयां करने का अंदाज इसे फिल्म का सबसे यादगार डायलॉग बनाता है। थिएटर्स में इस लाइन पर खूब तालियां और सीटियां बजीं!
क्यों खास है ये फिल्म?
अब तुम सोच रहे होगे कि टॉलीवुड में तो हर साल ढेर सारी मसाला फिल्में बनती हैं, फिर Sarileru Neekevvaru में ऐसा क्या है जो इसे अलग बनाता है? मेरे हिसाब से इसके कई कारण हैं:
1. महेश बाबू का मास अपील
महेश बाबू, जिन्हें टॉलीवुड का “प्रिंस” कहा जाता है, इस फिल्म में अपने पुराने कॉकी और चार्मिंग अवतार में नजर आए। पोकीरी, दूकुडु, और बिजनेसमैन जैसी फिल्मों में महेश का जो मजेदार और स्टाइलिश अंदाज था, वो इस फिल्म में फिर से देखने को मिला। अजय कृष्णा का किरदार उनके लिए एकदम फिट था। चाहे वो एक्शन सीन हों, कॉमेडी टाइमिंग, या फिर इमोशनल मोमेंट्स, महेश ने हर सीन में जान डाल दी।
उनका एक डायलॉग, “मीकु अर्धम अवटोंदा?” (क्या समझ आया?) फिल्म का सिग्नेचर लाइन बन गया, और फैंस इसे थिएटर में चीयर करते थे। हिंदी डब वर्जन में भी महेश की आवाज (अभिनव शुक्ला द्वारा डब) ने उनके किरदार को और दमदार बनाया।
2. विजयशांति की धमाकेदार वापसी
विजयशांति, जो 80 और 90 के दशक में टॉलीवुड और बॉलीवुड की एक्शन क्वीन थीं, इस फिल्म से 13 साल बाद बड़े पर्दे पर लौटीं। उनका किरदार भारती एक मजबूत और साहसी महिला का है, जो अपने परिवार और सिद्धांतों के लिए किसी से भी टकरा सकती है। विजयशांति ने इस रोल को इतनी शिद्दत से निभाया कि कई सीन में वो महेश बाबू को भी टक्कर देती नजर आईं। खासकर एक इमोशनल सीन, जिसमें वो अपने शहीद बेटे को याद करती हैं, ने दर्शकों की आँखें नम कर दीं।
3. मसाला एंटरटेनमेंट का परफेक्ट डोज
अनिल रविपुडी, जो F2 और पटास जैसी कॉमेडी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं, ने इस फिल्म में एक्शन, कॉमेडी, ड्रामा, और रोमांस का शानदार मिक्स तैयार किया। फिल्म का पहला हाफ खासकर कॉमेडी और एक्शन से भरपूर है, जो फैंस को दीवाना बना देता है। दूसरा हाफ थोड़ा स्लो हो जाता है, लेकिन क्लाइमेक्स और आखिरी गाना इसे फिर से ट्रैक पर ला देता है।
4. हिंदी दर्शकों के लिए अपील
फिल्म का हिंदी डब वर्जन, जिसे सारिलेरू नीकुवारु के नाम से रिलीज किया गया, ने उत्तर भारत में भी खूब धूम मचाई। हिंदी में महेश बाबू और विजयशांति की आवाज क्रमशः अभिनव शुक्ला और मनीनी मिश्रा ने दी, जिसने किरदारों को और जीवंत बना दिया। हालांकि, हिंदी डब में कुछ गलतियां थीं, जैसे पुरानी फिल्म अल्लूरी सीताराम राजू के किरदार का नाम “गौतम कुमार” कर देना, लेकिन फिर भी दर्शकों ने इसे खूब पसंद किया।
5. म्यूजिक और सिनेमैटोग्राफी
देवी श्री प्रसाद का म्यूजिक इस फिल्म की जान है। गाने जैसे “माइंड ब्लॉक”, “हीज़ सू क्यूट”, और “सूर्युडिवो चंद्रुडिवो” ने दर्शकों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। खासकर “माइंड ब्लॉक” का एनर्जेटिक बीट और तमन्ना भाटिया का स्पेशल डांस नंबर थिएटर्स में सीटियां बजा गया।
सिनेमैटोग्राफर आर. रत्नवेलु ने कश्मीर की खूबसूरत वादियों और कुरनूल के सेट्स को इतनी खूबसूरती से कैप्चर किया कि हर फ्रेम एक ट्रीट लगता है। हालांकि, कुछ VFX शॉट्स थोड़े कमजोर थे, लेकिन कुल मिलाकर विजुअल्स ने फिल्म को और ग्रैंड बनाया।
फिल्म के किरदार और एक्टिंग
महेश बाबू (अजय कृष्णा)
महेश बाबू इस फिल्म के हीरो हैं, और वो सचमुच हर सीन में छाए रहते हैं। उनका स्टाइल, डायलॉग डिलीवरी, और एक्शन सीक्वेंस फैंस के लिए एकदम पैसा वसूल हैं। अजय का किरदार एक आर्मी ऑफिसर का है, जो बाहर से सख्त लेकिन अंदर से इमोशनल है। महेश ने इस ड्युअलिटी को बखूबी दिखाया।
विजयशांति (भारती)
विजयशांति का किरदार फिल्म की आत्मा है। वो एक ऐसी माँ हैं, जो अपने बच्चों के लिए कुछ भी कर सकती हैं, और एक प्रोफेसर जो सच्चाई के लिए लड़ती हैं। उनका स्क्रीन प्रजेंस इतना पावरफुल है कि कई सीन में वो लीड रोल को भी ओवरशैडो कर देती हैं।
रश्मिका मंदाना (संसकृति)
रश्मिका का किरदार थोड़ा कमजोर लिखा गया है। वो फिल्म में हल्का-फुल्का मूड लाने के लिए हैं, लेकिन उनकी स्टोरीलाइन ज्यादा प्रभावशाली नहीं है। फिर भी, रश्मिका की क्यूटनेस और एनर्जी ने दर्शकों को एंटरटेन किया।
प्रकाश राज (नागेंद्र)
प्रकाश राज ने विलेन का रोल बखूबी निभाया। उनका किरदार एक टिपिकल भ्रष्ट पॉलिटिशियन है, लेकिन प्रकाश राज ने इसे इतनी गहराई दी कि आप उनसे नफरत करने लगते हैं।
बाकी सपोर्टिंग कास्ट
राजेंद्र प्रसाद, वेण्णेला किशोर, राव रमेश, और संगीता जैसे एक्टर्स ने छोटे लेकिन मजेदार रोल्स निभाए। खासकर वेण्णेला किशोर की कॉमेडी टाइमिंग ने कई सीन में हंसी के ठहाके लगवाए।
प्रोडक्शन और तकनीकी पहलू
डायरेक्शन
अनिल रविपुडी ने इस फिल्म में मास एंटरटेनमेंट का फॉर्मूला अपनाया। उनका डायरेक्शन फैंस को ध्यान में रखकर किया गया है, जिसमें हर वो चीज है जो एक कमर्शियल फिल्म में चाहिए—एक्शन, कॉमेडी, रोमांस, और इमोशन्स। हालांकि, कुछ क्रिटिक्स का मानना है कि कहानी का दूसरा हाफ थोड़ा ढीला था और कुछ सीन बेवजह लंबे खींचे गए।
सिनेमैटोग्राफी और सेट डिजाइन
फिल्म का एक बड़ा हिस्सा कश्मीर में शूट किया गया, और कुरनूल के लिए कोंडा रेड्डी बुरुजु का एक रेप्लिका सेट रामोजी फिल्म सिटी में 4 करोड़ की लागत से बनाया गया। ये सेट इतना रियलिस्टिक था कि दर्शकों को लगा जैसे वो सचमुच कुरनूल में हैं।
एक्शन और कोरियोग्राफी
राम-लक्ष्मण द्वारा डिजाइन किए गए एक्शन सीक्वेंस इस फिल्म की हाईलाइट हैं। खासकर ट्रेन वाला एक्शन सीन और क्लाइमेक्स फाइट ने थिएटर्स में तालियां बटोरीं। डांस नंबर्स की कोरियोग्राफी भी शानदार थी, खासकर “माइंड ब्लॉक” में तमन्ना और महेश का डांस।
बॉक्स ऑफिस और क्रिटिक्स रिव्यू
Sarileru Neekevvaru ने अपने ओपनिंग डे पर वर्ल्डवाइड 46.77 करोड़ की कमाई की और 10 दिनों में 200 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया। 50 दिनों के थियेट्रिकल रन के बाद, फिल्म ने 260 करोड़ से ज्यादा की कमाई की, जिसने इसे महेश बाबू की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बना दिया।
क्रिटिक्स ने फिल्म को मिक्स्ड रिव्यूज दिए। द इंडियन एक्सप्रेस ने इसे 3.5/5 स्टार्स दिए और महेश बाबू की परफॉर्मेंस की तारीफ की। द हिंदू ने इसे “मिक्स्ड बैग” कहा, जिसमें कुछ शानदार मोमेंट्स हैं लेकिन कहानी थोड़ी कमजोर है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने इसे 2.5/5 स्टार्स दिए, और कहा कि फिल्म महेश और विजयशांति के लिए देखने लायक है, लेकिन अनिल रविपुडी की कहानी थोड़ी ओवरलोडेड है।
हिंदी दर्शकों ने भी फिल्म को खूब पसंद किया, खासकर टीवी और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर। फिल्म के सैटेलाइट राइट्स जेमिनी टीवी ने खरीदे, और इसका टीवी प्रीमियर 25 मार्च 2020 को उगादी के मौके पर हुआ, जिसने 23.4 TRP रेटिंग हासिल की। अमेजन प्राइम वीडियो पर इसका डिजिटल प्रीमियर 1 मार्च 2020 को हुआ, और तब से ये स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर पॉपुलर रही।
हिंदी दर्शकों के लिए खास क्या है?
हिंदी दर्शकों के लिए Sarileru Neekevvaru एक परफेक्ट मसाला एंटरटेनर है। इसका हिंदी डब वर्जन बहुत स्मूथ है, और डायलॉग्स में वो पंच है जो बॉलीवुड की मास फिल्मों में होता है। महेश बाबू का स्टाइल और एक्शन सीक्वेंस अक्षय कुमार या सलमान खान की फिल्मों की याद दिलाते हैं। साथ ही, विजयशांति का किरदार हिंदी दर्शकों को 90 के दशक की डिम्पल कपाड़िया कपाड़िया या रेखा जैसे पावरफुल फीमेल कैरेक्टर्स की वाइब देता है।
फिल्म में देशभक्ति का तड़का भी है, जो हिंदी ऑडियंस को खूब पसंद आता है। अजय का आर्मी बैकग्राउंड और उसके डायलॉग्स, जैसे कि बॉर्डर पर सैनिकों की कुर्बानी की बात, दर्शकों के दिल को छूते हैं। साथ ही, रश्मिका की कॉमेडी और रोमांस हिंदी दर्शकों को कृति सेनन या श्रद्धा कपूर जैसी एक्ट्रेसेस की याद दिलाता है।
फिल्म के कुछ कमजोर पहलू
हर फिल्म की तरह, Sarileru Neekevvaru भी परफेक्ट नहीं है। कुछ चीजें हैं जो इसे और बेहतर बना सकती थीं:
- रश्मिका का किरदार: संसकृति का रोल कहानी में ज्यादा गहराई नहीं जोड़ता। वो ज्यादातर कॉमेडी और रोमांस के लिए है, लेकिन उसकी स्टोरीलाइन अधूरी सी लगती है।
- दूसरा हाफ: फिल्म का दूसरा हाफ थोड़ा स्लो हो जाता है, और कुछ सीन बेवजह लंबे लगते हैं।
- VFX की कमी: कुछ एक्शन सीक्वेंस में VFX थोड़े कमजोर थे, जो फिल्म के ग्रैंड विजन को थोड़ा कम करते हैं।
फिल्म का सांस्कृतिक और सामाजिक प्रभाव
Sarileru Neekevvaru सिर्फ एक फिल्म नहीं थी; ये एक सांस्कृतिक फिनॉमेनन थी। इसने महेश बाबू को एक बार फिर टॉलीवुड के सबसे बड़े मास हीरो के रूप में स्थापित किया। विजयशांति की वापसी ने पुरानी और नई जनरेशन को जोड़ा, और रश्मिका मंदाना को हिंदी बेल्ट में और पॉपुलर बनाया।
फिल्म में देशभक्ति और परिवार के मूल्यों पर जोर दिया गया, जो भारतीय दर्शकों के साथ हमेशा कनेक्ट करता है। साथ ही, इसने भ्रष्टाचार और पावर के दुरुपयोग जैसे मुद्दों को भी हल्के-फुल्के अंदाज में उठाया।
निष्कर्ष: क्या Sarileru Neekevvaru देखने लायक है?
तो, क्या तुम्हें Sarileru Neekevvaru देखनी चाहिए? अगर तुम मसाला एंटरटेनमेंट, महेश बाबू की स्टार पावर, और विजयशांति की पावरफुल परफॉर्मेंस के फैन हो, तो ये फिल्म तुम्हारे लिए एकदम परफेक्ट है। ये उन फिल्मों में से है, जो दिमाग लगाने के लिए नहीं, बल्कि दिल से एंजॉय करने के लिए बनी हैं। थिएटर में सीटियां, घर पर टीवी या ओटीटी पर ढेर सारी मस्ती—ये फिल्म हर तरह से पैसा वसूल है।
मेरे लिए, इस फिल्म की सबसे बड़ी ताकत है इसका “फील-गुड” फैक्टर। चाहे वो महेश का स्वैग हो, विजयशांति का इमोशनल सीन, या फिर “माइंड ब्लॉक” पर थिरकते कदम—हर चीज तुम्हें खुशी देती है। हाँ, कुछ कमियां हैं, लेकिन जब तुम सिनेमाघर या टीवी के सामने बैठते हो, तो वो सारी कमियां भूल जाती हैं।
तो, अगली बार जब तुम कुछ मजेदार और धमाकेदार देखने के मूड में हो, Sarileru Neekevvaru को जरूर चेक करना। और हाँ, मुझे बताना कि तुम्हें फिल्म कैसी लगी!
Sarileru Neekevvaru कहाँ देखें?
- अमेजन प्राइम वीडियो: हिंदी और तेलुगु में उपलब्ध
- जेमिनी टीवी: टीवी पर समय-समय पर प्रसारित
- यूट्यूब: कुछ सीन और गाने फ्री में उपलब्ध